श्री राजेश गुप्ता अग्रहरि
श्री हीरालाल बड़कू गुप्ता : पिता
25 अक्टूबर 1971,
जन्मतिथि
नेरुल नवी मुंबई :
वर्तमान निवास
कपूरीपुर सलोन रायबरेली : मूलत
अखिल भारतीय अग्रहरि समाज
: संप्रति पूर्व अध्यक्ष
अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था मुंबई नवी मुंबई : संयोजक राष्ट्रीय संरक्षक
RHG and Brothers : केंद्रीय अग्रहरि समाज MD
बंकेश गुप्ता अग्रहरि
पिता का नाम- श्री मोतीलाल बडकू गुप्ता
निवासी : सानपाडा नवी मुंबई
पैत्रक निवास : कपूरीपुर सलोन, रायबरेली
शिक्षा – 12वीं
प्रतिष्ठान : MBG वेजिटेबल सप्लायर
संप्रति अध्यक्ष : स्वामी समर्थ को आप क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड
कार्य अध्यक्ष : अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था मुंबई नवी मुंबई
उपाध्यक्ष : अखिल भारतीय अग्रहरि समाज
श्री रमेश गुप्ता उर्फ (लल्लू )
17 मार्च 1958 : जन्मतिथि
नेरुल नवी मुंबईपैत्रक गांव -गौरा प्रयागराज: पता
संप्रति अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था मुंबई नवी मुंबई के संरक्षक
मुन्नालाल राजाराम वैश्य
मैं, मुन्नालाल राजाराम वैश्य, मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के मांधाता क्षेत्र का निवासी हूँ। मैंने वर्ष 1978 में मुंबई आगमन किया। मुंबई आने के पश्चात् तीन वर्षों तक मैंने सब्ज़ी व्यवसाय की बारीकियाँ सीखी। इसके बाद कुछ वर्षों तक मैंने अपना स्वयं का छोटा व्यवसाय संचालित किया।
वर्ष 1990 में मैंने फल एवं सब्ज़ियों के आपूर्तिकर्ता से निर्यातकों (Supplier to Exporter) को माल उपलब्ध कराने का कार्य शुरू किया, जिसे मैंने वर्ष 2019 तक निरंतर जारी रखा।
वर्ष 2004 में मैंने अग्रहरी विकास सेवा संस्था में खजांची (Treasurer) पद पर कार्यभार संभाला। तत्पश्चात् वर्ष 2023 में मुझे अध्यक्ष (Adhyaksh) नियुक्त किया गया और मैं वर्तमान में भी इस पद पर सेवा दे रहा हूँ।
मेरे परिवार में चार संतानें हैं — दो पुत्र और दो पुत्रियाँ।
मेरे बड़े पुत्र आई.टी. इंजीनियर हैं, जो वर्तमान में अपनी पत्नी और पुत्री के साथ अमेरिका में कार्यरत एवं निवासरत हैं।
दूसरे पुत्र भी आई.टी. इंजीनियर हैं और एक बहुराष्ट्रीय कंपनी (MNC) में कार्यरत हैं।
मेरी बड़ी पुत्री एम.कॉम एवं बी.एड. शिक्षित हैं और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट से विवाह हुआ है।
छोटी पुत्री एम.बी.ए. (एच.आर.) की पढ़ाई कर रही हैं।
गणपत श्यामलाल गुप्ता
12 अप्रैल 1974 : जन्म तिथि
एस.वा/ई. बी.कॉम. : शैक्षणिक योग्यता
बी-506, कंचनजंगा टावर, प्लॉट नंबर 20, सेक्टर 11, कोपरखैरने, पिनकोड – 400709,जन्म स्थान: ग्राम एवं पोस्ट – कटरा गुलाब सिंह, जिला – प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश : पता
रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज में लेन-देन
अन्य व्यापारिक विवरण: ए.पी.एम.सी. सब्ज़ी मार्केट में एक दुकान स्थित है — दुकान नंबर E-814 : व्यवसाय:
बजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता जी का जीवन संघर्ष, समर्पण और अथक परिश्रम की मिसाल है। बेहद सीमित संसाधनों और आर्थिक चुनौतियों के बीच उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव कटरा गुलाब सिंह में की। पारिवारिक स्थिति कठिन थी और उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिल पाया। मात्र 10वीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने के बाद, परिवार की जिम्मेदारियों को समझते हुए उन्होंने कम उम्र में ही आत्मनिर्भर बनने का निर्णय लिया।
मुंबई में अपने जीवन की शुरुआत उन्होंने दादर सब्जी मंडी मे सब्जी और फल बेचने से की। छोटे से दुकान पर दिन-रात मेहनत करते हुए उन्होंने ग्राहकों की पसंद, बाजार की मांग और व्यापार के हर छोटे-बड़े पहलू को बारीकी से समझा। उनके मेहनती स्वभाव, ईमानदारी और ग्राहकों के प्रति विनम्र व्यवहार ने धीरे-धीरे उनकी पहचान बना दी। कई वर्षों की कठिन मेहनत और संघर्ष के बाद उन्होंने वाशी, नवी मुंबई में अपने असली व्यवसाय — फल और सब्जियों की बिक्री — की शुरुआत की। उनकी दूरदर्शिता, ईमानदारी और लगातार सीखने की इच्छा ने उन्हें व्यवसाय में नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
समय के साथ उनके व्यापार ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी पहचान बनानी शुरू कर दी। दुबई से शुरुआत कर उन्होंने कतर, बहरीन, मलेशिया और श्रीलंका जैसे देशों में भी अपने फल और सब्जियों का सफलतापूर्वक निर्यात प्रारंभ किया।
बजरंगलाल जी की इस अद्वितीय सफलता के पीछे उनके माता-पिता का आशीर्वाद और उनकी पत्नी का अमूल्य सहयोग रहा है। जब वे व्यापार के सिलसिले में व्यस्त रहते थे, तब उनकी पत्नी ने परिवार और बच्चों को सँभालने की पूरी जिम्मेदारी निभाई और हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं।
वर्तमान में बाजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता जी अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ वाशी, नवी मुंबई के सेक्टर 26 में सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनका जीवन हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो कठिन परिस्थितियों में भी हार मानने की बजाय कठिन परिश्रम, ईमानदारी और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को पूरा करना चाहता है।
*जीवन से मिली प्रमुख सीखें:*
* कठिन परिश्रम और ईमानदारी से ही सफलता प्राप्त होती है।
* किसी भी छोटे काम से बड़ा सपना साकार किया जा सकता है।
* परिवार का सहयोग और आशीर्वाद सबसे बड़ा संबल होता है।
* निरंतर सीखने और आगे बढ़ने की जिज्ञासा ही विकास की नींव है।
* संघर्ष के बिना सफलता अधूरी है।—
“संघर्ष से शिखर तक — बाजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता जी का जीवन हर व्यक्ति को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।”
रोशनलाल बैजनाथ गुप्ता (अग्रहरी)
जन्म स्थान: अमीपुर, बाबागंज – कुंडा, जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
वर्तमान निवास पता: एफ.ए.एम. सी.एच.एस., फ्लैट नंबर 11/103, सेक्टर 11, कोपरखैरने, नवी मुंबई
कार्यालय: ग्रीन वेज़ी एक्सपोर्ट्स प्रा. लि., कार्यालय नंबर – 211, पुनित चेंबर प्रीमाइसेस, सेक्टर 18, वाशी, नवी मुंबई
मोबाइल नंबर: 9821807801
श्री बलदेव मेवालाल गुप्ता (अग्रहरि)
जन्मतिथि: 19 जून 1964
जन्म स्थान: मुंबई
मूल निवास: जलेसर गंज, प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)
श्री बलदेव गुप्ता जी अग्रहरि समाज के ऐसे प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं जिन्होंने मुंबई में रहकर समाज के उत्थान और एकता के लिए अद्भुत कार्य किए हैं।
वे अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था, मुंबई – नवी मुंबई से वर्षों से जुड़े रहे हैं और उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए समाज के हित में अनेक कार्य किए।
एक सफल व्यवसाई, मृदुभाषी, और सबको साथ लेकर चलने वाले श्री गुप्ता जी आज भी संस्था में संरक्षक के रूप में मार्गदर्शन दे रहे हैं। उनका समर्पण भाव आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
श्री विनोद राजाराम गुप्ता (अग्रहरि)
श्री विनोद राजाराम गुप्ता जी अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था के पूर्व अध्यक्ष हैं,,, मुंबई में जन्मे श्री विनोद जी एक सफल व्यवसाई और समाज के प्रति समर्पण का भाव रखने वाले, व्यक्तित्व है। समाज विकास सेवा संस्था में उनकी सेवाएं अतुलनीय है
वर्तमान में संस्था के संरक्षक के रूप में आज भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
श्याम शंकर गुप्ता (अग्रहरि)
श्री रामसुख रोंघई गुप्ता (अग्रहरि) – पिता
21 जनवरी 1958 – जन्मदिन
शिक्षा – 10वीं
वर्तमान निवास – सानपाडा नवी मुंबई
मोतीराम का पूरा प्रतापगढ़ – मूल निवास
अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था मुंबई नवी मुंबई
MD. SRG/ D- 642 – संप्रति
खजिनदार
बजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता
नाम : बजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता — एक प्रेरणादायक उद्यमी की सफलता यात्रा बाजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता
जन्मतिथि : 4 अगस्त 1971
जन्मस्थान : कटरा गुलाब सिंह, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
शिक्षा : 10वीं कक्षा
वर्तमान निवास : सेक्टर 26, वाशी, नवी मुंबई
शंकरलाल रामप्रसाद गुप्ता
रामप्रसाद कालूराम गुप्ता : पिता का नाम
13 जून 1978 : जन्म तिथि
एस.एस.सी.
पता: नेरुल, नवी मुंबई :शैक्षणिक योग्यता
सुंदरगंज बाज़ार, बघराई थाना, तहसील कुंडा, जिला प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश):मूल गांव
9819767256, 7021152015 :मोबाइल नंबर
शिव प्रसाद वैश्य (एसपी अग्रहरि )
पिता का नाम –श्री शीतला प्रसाद वैश्य
निवासी –कोपर खैराने नवी मुंबई
पैतृक गांव –रानीगंज कैथौला जनपद प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश
शिक्षा 12वीं
संप्रति- मीडिया प्रभारी- अग्रहरि समाज विकास सेवा संस्था मुंबई नवी मुंबई
राष्ट्रीय प्रवक्ता -अखिल भारतीय अग्रहरि समाज
उपाध्यक्ष- महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी
प्रतिष्ठान –दादर यूनियन ट्रांसपोर्ट सर्विस
बजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता जी का जीवन संघर्ष, समर्पण और अथक परिश्रम की मिसाल है। बेहद सीमित संसाधनों और आर्थिक चुनौतियों के बीच उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव कटरा गुलाब सिंह में की। पारिवारिक स्थिति कठिन थी और उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिल पाया। मात्र 10वीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने के बाद, परिवार की जिम्मेदारियों को समझते हुए उन्होंने कम उम्र में ही आत्मनिर्भर बनने का निर्णय लिया।
मुंबई में अपने जीवन की शुरुआत उन्होंने दादर सब्जी मंडी मे सब्जी और फल बेचने से की। छोटे से दुकान पर दिन-रात मेहनत करते हुए उन्होंने ग्राहकों की पसंद, बाजार की मांग और व्यापार के हर छोटे-बड़े पहलू को बारीकी से समझा। उनके मेहनती स्वभाव, ईमानदारी और ग्राहकों के प्रति विनम्र व्यवहार ने धीरे-धीरे उनकी पहचान बना दी। कई वर्षों की कठिन मेहनत और संघर्ष के बाद उन्होंने वाशी, नवी मुंबई में अपने असली व्यवसाय — फल और सब्जियों की बिक्री — की शुरुआत की। उनकी दूरदर्शिता, ईमानदारी और लगातार सीखने की इच्छा ने उन्हें व्यवसाय में नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
समय के साथ उनके व्यापार ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी पहचान बनानी शुरू कर दी। दुबई से शुरुआत कर उन्होंने कतर, बहरीन, मलेशिया और श्रीलंका जैसे देशों में भी अपने फल और सब्जियों का सफलतापूर्वक निर्यात प्रारंभ किया।
बजरंगलाल जी की इस अद्वितीय सफलता के पीछे उनके माता-पिता का आशीर्वाद और उनकी पत्नी का अमूल्य सहयोग रहा है। जब वे व्यापार के सिलसिले में व्यस्त रहते थे, तब उनकी पत्नी ने परिवार और बच्चों को सँभालने की पूरी जिम्मेदारी निभाई और हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं।
वर्तमान में बाजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता जी अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ वाशी, नवी मुंबई के सेक्टर 26 में सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनका जीवन हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो कठिन परिस्थितियों में भी हार मानने की बजाय कठिन परिश्रम, ईमानदारी और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को पूरा करना चाहता है।
*जीवन से मिली प्रमुख सीखें:*
* कठिन परिश्रम और ईमानदारी से ही सफलता प्राप्त होती है।
* किसी भी छोटे काम से बड़ा सपना साकार किया जा सकता है।
* परिवार का सहयोग और आशीर्वाद सबसे बड़ा संबल होता है।
* निरंतर सीखने और आगे बढ़ने की जिज्ञासा ही विकास की नींव है।
* संघर्ष के बिना सफलता अधूरी है।—
“संघर्ष से शिखर तक — बाजरंगलाल श्यामलाल गुप्ता जी का जीवन हर व्यक्ति को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।”